भारतीय मूल की अरबपति की बेटी वसुंधरा ओसवाल की युगांडा में गिरफ्तारी का रहस्य

अक्तू॰ 20, 2024
अभिनव चौहान
भारतीय मूल की अरबपति की बेटी वसुंधरा ओसवाल की युगांडा में गिरफ्तारी का रहस्य

26 वर्षीय वसुंधरा ओसवाल, भारतीय मूल की स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल की बेटी, युगांडा में रहस्यमय परिस्थितियों में गिरफ्तारी का केंद्र बनी हुई हैं। यह घटना उन्हें 1 अक्टूबर से गिरफ्तार किए जाने की है। उन्हें 20 सशस्त्र पुरुषों द्वारा परिवार के अतिरिक्त-न्यूट्रल अल्कोहल (ENA) संयंत्र से लाया गया था। अधिकारियों के मुताबिक, यह कारवाई एक गुमशुदा व्यक्ति के मामले की जांच के तहत की गई थी, लेकिन ओसवाल परिवार का दावा है कि उनकी गिरफ्तारी का कारण एक पूर्व कर्मचारी द्वारा 200,000 डॉलर का ऋण है, जिसका भुगतान नहीं किया गया।

ओसवाल परिवार का कहना है कि वह कर्मचारी जिसने ऋण लिया था, ने इसे चुकाने से बचने के लिए वसुंधरा के खिलाफ झूठे आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि वसुंधरा पूर्वी अफ्रीका के इथेनॉल उत्पादन उद्योग में एक महत्वपूर्ण हस्ती हैं और ओसवाल समूह के वैश्विक विस्तार में उनके नेतृत्व को अहम भूमिका निभाई है। उनके अतिरिक्त, उन्हें 2023 के लिए ग्लोबल यूथ आइकन अवार्ड और 'वूमन ऑफ द ईयर' के खिताब से नवाजा गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वसुंधरा को बेहद खराब परिस्थितियों में रखा गया है। उन्हें एक ऐसे कमरे में रखा गया जहां केवल जूतों की गंध थी, बिना नहाए या कपड़े बदले उन्हें 90 घंटे से अधिक समय तक रहना पड़ा। इस दौरान उन्हें एक चिंता का दौरा पड़ा जिसे अधिकारियों ने अनदेखा किया। आरोप यह भी है कि उन्हें साफ पानी और भोजन जैसी बुनियादी जरुरतों से वंचित किया गया।

पंकज ओसवाल ने संयुक्त राष्ट्र के मनमानी गिरफ़्तारी पर काम करने वाले समूह के सामने एक आपातकालीन अपील दायर की है, जिसमें उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से मामले की जांच करने और हस्तक्षेप की मांग की है। वसुंधरा के भाई का आरोप है कि एक 68 वर्षीय व्यक्ति की कॉर्पोरेट ईर्ष्या के कारण उनकी बहन को जेल भेजा गया, जिससे उनका नाम खराब करने का प्रयास किया गया।

उनकी माता, राधिका ओसवाल ने भी युगांडा सरकार से सुरक्षा की मांग की है, यह कहते हुए कि उनकी बेटी के बुनियादी मानवाधिकारों और सम्मान का उल्लंघन किया गया है। ओसवाल परिवार ने मानवाधिकार वकील चेरि ब्लेयर की सहायता मांगी है, जिन्होंने दावा किया है कि वसुंधरा के साथ किया गया व्यवहार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है।

इसके अलावा परिवार ने वसुंधरा के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट का कंट्रोल लिया है, ताकि लोगों को उनकी भयावह अनुभवों के बारे में जानकारी दी जा सके। उन्होंने बताया कि वसुंधरा को अनहाइजिनिक शौचालयों में रहने के लिए मजबूर किया गया और सही भोजन तथा मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित रखा गया।