आतिशी मार्लेना ने 21 सितंबर, 2024 को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। यह शपथ ग्रहण समारोह राज निवास में हुआ और इसे उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने प्रशासित किया। आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने वाली तीसरी महिला और देश की 17वीं महिला मुख्यमंत्री बनी हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और पूर्व JMM विधायक लोबिन हेंब्रम ने बीजेपी का दामन थामा। हेंब्रम ने JMM की कार्यशैली और वरिष्ठ नेताओं को सम्मान ना मिलने को लेकर असंतोष जताया। उन्होंने राज्य के विकास और आदिवासियों के उत्थान के लिए बीजेपी का साथ दिया है।
पूर्व विदेश मंत्री नेतवर सिंह का 95 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। निधन से पहले नेतवर सिंह ने अपनी पैतृक भूमि भारतपुर में एक स्मारक बनाने की इच्छा जताई थी। उन्होंने इसके लिए 6 बीघा भूमि खरीद रखी थी। सिंह का भारतीय राजनीति और कूटनीति में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके निधन के बाद समाज और राजनीतिक जगत से कई श्रद्धांजली संदेश आ रहे हैं।
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को संसद के मानसून सत्र में लोकसभा में पेश किया गया। इसके तहत वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में Collector का पद शामिल किया गया है और वक्फ ट्रिब्यूनल के फैसले को चुनौती देने की अनुमति दी गई है। विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही लाना है। हालांकि, इससे सरकारी हस्तक्षेप को लेकर चिंताएं भी उठी हैं। इसे संयुक्त संसदीय समिति को समीक्षा के लिए भेजा गया है।
भारतीय जनता पार्टी को झटका लगा है जबकि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है। 7 राज्यों की 13 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस और टीएमसी ने 4-4 सीटें जीती हैं, जबकि भाजपा को सिर्फ 2 सीटें मिली हैं। अन्य सीटें आम आदमी पार्टी, डीएमके और निर्दलीय ने जीती हैं।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को सितंबर 2024 तक 30,000 सरकारी नौकरी पदों की बहाली को पूरा करने का निर्देश दिया है। इस निर्णय के दौरान, अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि 583 पुलिस उप-निरीक्षकों के चयन की प्रक्रिया जुलाई 2024 के अंत तक पूरी हो जाएगी। साथ ही 5,000 पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया भी चल रही है।
हाल ही में हुए फ्रांस के विधायी चुनावों में वामपंथी गठबंधन ने सबसे बड़ी जीत हासिल की है, हालांकि यह बहुमत प्राप्त करने में विफल रहा। इससे सरकार बनाने की संभावनाएं अनिश्चित हो गई हैं और देश में हंग संसद की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
लोकसभा के एक गरमा-गरम सत्र में, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के व्यवहार की आलोचना की, और उन्हें पक्षपाती बताया। इस आरोप का उत्तर गृह मंत्री अमित शाह और ओम बिरला ने दिया। गांधी ने कहा कि अध्यक्ष के शब्द भारतीय लोकतंत्र को परिभाषित करते हैं।