NEET UG 2025: मद्रास हाईकोर्ट ने पुन: परीक्षा की याचिका खारिज की, रिजल्ट जारी होने का रास्ता साफ

जून 10, 2025
अभिनव चौहान
NEET UG 2025: मद्रास हाईकोर्ट ने पुन: परीक्षा की याचिका खारिज की, रिजल्ट जारी होने का रास्ता साफ

NEET UG 2025: कोर्ट ने पुन: परीक्षा की मांग अमान्य कर दी

चेन्नई के चार परीक्षा केंद्रों में बिजली गुल होने की शिकायत के बाद NEET UG 2025 की पुन: परीक्षा कराने की मांग तेज हो गई थी। 16 छात्रों ने मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी कि परीक्षा के दौरान खराब लाइटिंग से उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ। मद्रास हाईकोर्ट ने इन तमाम याचिकाओं को सिरे से खारिज कर दिया है।

जस्टिस सी कुमारप्पन ने कहा कि सिर्फ चुनिंदा उम्मीदवारों के लिए दोबारा परीक्षा की इजाजत देने से पूरे देश के NEET UG 2025 परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठेंगे। देशभर में 22 लाख छात्र इस मेडिकल प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लेते हैं, ऐसे में कुछ चुनिंदा केसों के लिए पूरे सिस्टम को रोकना न्यायसंगत नहीं होता। अदालत ने स्पष्ट किया कि परीक्षा संचालित करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की कार्यशैली में किसी भी तरह की दुर्भावना या गड़बड़ी नहीं मिली है।

NTA की रिपोर्ट और कोर्ट का रुख

NTA की रिपोर्ट और कोर्ट का रुख

मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने NTA की तरफ से जमा कराई गई रिपोर्ट को भी विस्तार से पढ़ा। रिपोर्ट में बताया गया कि बिजली जाने की घटना छोटे स्तर पर थी, जिससे ज्यादातर छात्रों को कोई खास असुविधा नहीं हुई। रिपोर्ट में एनटीए ने यह भी बताया कि परीक्षा केंद्रों पर वैकल्पिक व्यवस्था मौजूद थी, जिससे विद्यार्थियों की परीक्षा बाधित न हो।

इससे पहले 17 मई को हाईकोर्ट की वेकेशन बेंच ने रिजल्ट पर रोक लगा दी थी और मामले की सुनवाई शुरू की थी। छात्र-छात्राओं का दावा था कि केंद्रों पर अंधेरा होने के कारण उनकी जवाब देने की गति प्रभावित हुई। लेकिन कोर्ट ने कहा कि पूरे देश के मेडिकल अभ्यर्थियों के हितों को देखते हुए रिजल्ट जारी करने में कोई कानूनी अड़चन नहीं है। यह फैसला मेडिकल करियर की तयारी कर रहे लाखों छात्रों के लिए काफी अहम माना जा रहा है।

  • कोर्ट ने पुनः परीक्षा की मांग करने वाली सभी अर्जियां खारिज की।
  • एनटीए की रिपोर्ट को सही ठहराया गया।
  • 22 लाख छात्रों के हित में रिजल्ट जारी करने को हरी झंडी मिली।

फैसले से अब परीक्षा परिणाम जारी होने का रास्ता साफ हो गया है और छात्रों को लंबे इंतजार की चिंता से राहत मिलेगी।