जब मोहम्मद रिझवान, विकेटकीपर‑बेट्समैन और पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने सलमान अगा के साथ 260‑रन का रिकॉर्ड‑भ्रष्ट चौथा‑विकेट साझेदारी बनाया, तो पाकिस्तानी शौकिया उनका नाम ज़ोर से पुकारने लगे। यह साझेदारी ने 12 फ़रवरी 2025 को पाकिस्तान ट्राय‑नेशन सीरीज़ 2024‑25दुबई के तीसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका को 6 विकेट से हराकर इतिहास में सबसे बड़ी सफल लक्ष्य‑पार करने की ध्वनि गूँजाई। पीएसजी और एबिस को‑अप्टर ने 352/5 का लक्ष्य रखा था, पर पाकिस्तान ने 355/4 पर 49‑वे ओवर में जीत हासिल की। यह जीत सिर्फ़ एक मैच नहीं, बल्कि ओडिए में “350‑plus लक्ष्य” को पार करने की नई सीमाओं का प्रतीक है।
ट्राय‑नेशन सीरीज़ का महत्व और पूर्व पृष्ठभूमि
पाकिस्तान ट्राय‑नेशन सीरीज़ 2024‑25, जिसमें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की मेज़बानी में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड को आमंत्रित किया गया था, इस सीज़न का पहला बड़ा मंच बना। पिछले दो वर्षों में ओडिए में 350 रन के लक्ष्य को सफलतापूर्वक चेज़ करने की दर 15 % से नीचे रही थी। इस सीज़न में, पाकिस्तान ने पहले ही दो मैचों में जुनून और तकनीकी बेहतरी दिखा कर फैंस का दिल जीत लिया था।
मैच का विस्तृत विवरण
दक्षिण अफ्रीका ने टेंबा बावुमा, मैथ्यू ब्रीट्ज़के और हैनरिक क्लासेन के साथ क्रमशः 84, 79 और 86 रन जोड़े, जिससे कुल 352/5 का लक्ष्य बना। शुरुआती ओवर में पाकिस्तान का प्रगति अस्थिर थी, 91/3 पर टीम घबराई हुई थी। फिर भी, ओपनर फखर ज़ामन और बाबर आज़म ने 5.2 ओवर में ही 50 रन बना दिए, जिससे रेनबो बन गया।
जब रिझवान‑अघा का साझेदारी शुरू हुआ, तो टीम का मूड लगभग बदल गया। अघा ने शुरुआती ओवर में निरंतर शॉट्स मारते हुए स्ट्राइक रेट को 90 से नीचे नहीं गिरने दिया, जबकि रिझवान ने सम्हालते‑सम्हालते मध्य‑ओवर में आकर रफ़्तार को बढ़ाया। उनके बीच के 260‑रन की साझेदारी ने न केवल लक्ष्य‑पारी को आसान बना दिया, बल्कि टीम में आत्मविश्वास का नया स्तर स्थापित किया।
रिजवान‑अघा की शत‑रहित साझेदारी की कहानी
रिझवान ने अपनी पेंसिल को 106 रन पर बंद किया, जबकि अघा ने अपना पहला ODI शतक 108 रन पर बना लिया। अघा की इस शतक का महत्व इस बात में है कि यह उनका पहला ODI सैंक्चर था, जिससे वह टीम के युवा ऑल‑राउंडर की नई पहचान बन गया। अपने पोस्ट‑मैच भाषण में अघा ने कहा, “हमने हर पाँच ओवर में छोटे‑छोटे लक्ष्य रखे और धीरे‑धीरे उन्हें मारते रहे। रिझवान के पैर में मसल्स में खिंचाव था, पर उनका दिमाग काम कर रहा था।”
साझेदारी के दौरान रिझवान ने शुरुआती 30 ओवर में 65 रन बनाए, फिर धीरे‑धीरे अपना टेम्पो बढ़ाया। अघा ने तेज़ी से 81 रन तक पहुंचते ही 30‑ओवर के बाद रैंकिंग में अपना नाम दर्ज किया। उनका कनेक्शन इस बात में दिखा कि कैसे दो अलग‑अलग खेलने वाले खिलाड़ी मिलकर एक रिकॉर्ड बना सकते हैं।

टीम के अन्य योगदान और भविष्य की संभावनाएँ
जैसे‑जैसे लक्ष्य का अंतर घटता गया, टीम ने मैदान में एकजुटता दिखा दी। फखर ज़ामन ने 45 रन की तेज़ शुरुआत की, जबकि बाबर आज़म ने स्थिर 22 रन बनाकर मध्य‑ऑर्डर को सुरक्षित किया। दक्षिण अफ्रीका की ओर से किनारी गेंदबाज़ी पर दबाव बनाने में ड्रैगन टैनी (कल्पना) की भूमिका उल्लेखनीय रही, पर उन्होंने कुल 10 रन ही दिए।
इसी जीत के बाद, पीसीबी के तकनीकी प्रमुख ने कहा, “हमारी रणनीति था लक्ष्य को छोटे‑छोटे भागों में बाँटना, जिससे खिलाड़ियों को मानसिक बोझ कम हो। इस जीत ने यह साबित किया कि हमारी बैटिंग लाइन‑अप में गहराई है और हम मुश्किल स्थितियों से भी बाहर निकल सकते हैं।” भविष्य में, टीम के कोच ने आगामी विश्व कप के लिए इस साझेदारी को टैक्टिकल मॉडल बना कर इस्तेमाल करने का इरादा जताया है।
आंकड़े, विशेषज्ञ राय और व्यापक प्रभाव
- पाकिस्तान की कुल लक्ष्य‑परिपालना रेट अब 78 % पर पहुँच गई, जो पिछले साल की 62 % से बहुत बढ़ा है।
- रिझवान‑अघा की साझेदारी ने ओडिए में चौथे‑विकेट का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड (260 रन) बना लिया।
- दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाज़ी इक्विपमेंट, विशेषकर तेज़ गति वाले पेसर्स, ने औसत 6.5 रन प्रति ओवर दी।
- क्रिकेट विश्लेषक सुब्रत राज ने कहा, “इस मैच में दिखी हुई तेज़ स्कोरिंग अब ओडिए की नई सामान्यता बन रही है, और पाकिस्तान ने इसे नई रणनीति के साथ अपनाया है।”
इसे मिलाकर, इस जीत ने न केवल पाकिस्तान की टीम को आत्मविश्वास दिया, बल्कि ओडिए स्वरूप में “353 रन तक का लक्ष्य अब असंभव नहीं” का मानदंड बदल दिया। इस बदलाव से आने वाले महीनों में अधिक टीमों के लिए बड़े लक्ष्य तय करना और उन्हें पार करना संभव हो सकता है।

भविष्य का मार्ग
आगे चलकर, पाकिस्तान ट्राय‑नेशन सीरीज़ के अगले मैचों में इंग्लैंड क्रिकेट टीम का सामना होगा, जहाँ रणनीतिक बदलाव और खिलाड़ी फिटनेस पर और अधिक ध्यान देना होगा। रिझवान ने अपने स्वास्थ्य को लेकर कहा, “क्रैम्प होने पर भी मैं खेलना जारी रखूँगा, क्योंकि टीम की जीत सबसे बड़ी प्रेरणा है।” इस बूंद से स्पष्ट है कि टीम की अगली चुनौती में भी छोटे‑छोटे लक्ष्य‑सेटिंग का सिद्धांत लागू रहेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
इस जीत से पाकिस्तान की ODCI रणनीति पर क्या असर पड़ेगा?
रिझवान‑अघा की साझेदारी ने दिखाया कि लक्ष्य‑को‑छोटे‑छोटे भागों में बाँटना और धीरज रखना सफल रणनीति है। विशेषज्ञ मानते हैं कि भविष्य में भी पाकिस्तान इस मॉडल को अपनाकर बड़े लक्ष्य आसानी से पीछा कर पाएगा।
दक्षिण अफ्रीका की टीम ने इस हार में क्या सीखा?
दक्षिण अफ्रीका को अपने मध्य‑ओवर की स्थिरता और फाइनिंग कॉन्ट्रोल को बढ़ाने की जरूरत है। उनके मुख्य बैटरों ने 80‑90 रन बनाये लेकिन बार‑बार रिटर्न नहीं बनाए, जिससे उन्हें अपनी गहरी बैटिंग योजना को पुनः विचारना चाहिए।
रिझवान के क्रैम्प का क्या कारण था और उनका प्रभाव कैसा रहा?
तीव्र गति और लगातार दौड़ने के कारण रिझवान को पैर में मसल्स में खिंचाव हुआ। हालांकि, उन्होंने खेल में देर तक रुककर भी अपनी शॉट चयन बनाए रखी, जिससे उनकी अघा के साथ साझेदारी का रफ्तार नहीं बिगड़ी।
क्या इस मैच में कोई नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ?
हां, रिझवान‑अघा की 260‑रन की चौथे‑विकेट साझेदारी पाकिस्तान ओडिए इतिहास में सबसे बड़ी बनी। साथ ही यह 355/4 पर 49‑वे ओवर में लक्ष्य‑प्राप्त करने की सबसे बड़ी सफल चेज़ भी रही।
भविष्य में इस जीत का कौन‑सा प्रभाव पड़ेगा?
ट्राय‑नेशन सीरीज़ में आगे के मैचों में टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा, और यह सफलता उन्हें विश्व कप जैसी बड़ी टोह में तेज़ स्कोरिंग के लिए प्रेरित करेगी।
Chandan Pal
अक्तूबर 12, 2025 AT 23:28वाह रे भाई, रिजवान‑अघा की साझेदारी ने तो दिल धड़का दिया 😍👏। 260 रनों का चौथा‑विकेट स्टंडेमेंन्ट देख कर हर पाकिस्तानी फैन का गर्व बढ़ गया। छोटे‑छोटे लक्ष्य‑सेटिंग की बात बॉल्स में चमक लाती है, सच में! इस जीत से ओडिए की सीमा अब और भी आगे धकेलने को तैयार है। यही तो असली क्रिकेट का मज़ा है 🎉