जब रिंकू सिंह, भारत ने अंतिम बॉल पर शॉट लगाया, तो पूरी स्टेडियम में दिल की धड़कनें तेज़ हो गईं। फाइनल एशिया कप 2025 फाइनलदुबई में भारत ने पाकिस्तान को पाँच विकेट से हराया, और वही शॉट मैच का फैसला बन गया।
पृष्ठभूमि और टूर्नामेंट की कहानी
एशिया कप 2025 का अपना पहला मैच 20 सितम्बर 2025 को दुबई के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया था। भारतीय क्रिकेट टीम ने शुरुआती चरण में पाँच जीतें बिन किसी झटके के दर्ज की, जबकि पाकिस्तान सिर्फ दो मैच जीत पाया था। इस सिलसिले में, टीम का मनोबल ऊँचा था, और कई विशेषज्ञों ने पहले ही कहा था कि भारत का जीती हुई ताज़ा हवा है।
इसी दौरान, कोच मसूद उज़ जफर अमीनी ने अपने साइडिंग के साथ एक चौंकाने वाली टिप्पणी की: "रिंकू को फाइनल में मौका मिलना बहुत मुश्किल है।" यह बयान 24 सितम्बर को प्रकाशित एक साक्षात्कार में आया था, जहाँ उन्होंने टीम के मौजूदा फॉर्म और रिंकू के पिछले प्रतियोगी मैचों के आँकड़े का हवाला दिया था।
फाइनल का नाटकीय मोड़
फ़ाइनल में पाकिस्तान ने पहले बैटिंग करते हुए 250 रनों का लक्ष्य बनाया। भारत की पिच पर दबाव बनता गया, और 45 ओवर के बाद स्कोर 246/5 पर ठहर गया। आखिरी दो ओवर में दो विकेट गिरते रहे, और सिचुएशन तनावपूर्ण था। कोच के टिप्पणी में बताई गई सम्भावनाएँ अब बिल्कुल परे लग रही थीं।
उसी समय, रिंकू को आखिरकी बॉल पर चलाया गया। वह सिर्फ एक ही गेंद का सामना करने वाला था, लेकिन उसने तुरंत ही एक लाइट‑राइट स्विंग के साथ बॉल को सीधा फील्डर की बैक‑फुट पर मार दिया, जिससे गेंद 30 मीटर से बाहर निकल गई। इस शॉट ने भारत को आवश्यक पाँच रन दिलाए और मैच को पाँच विकेट से जीताया।
कोच की भविष्यवाणी और उसका उल्टा परिणाम
मैच के बाद मसूद उज़ जफर अमीनी ने कहा, "जैसा मैंने कहा था, रिंकू को नहीं लेना चाहिए था, लेकिन आज उसने सबको चौंका दिया। यह दिखाता है कि क्रिकेट में कभी‑कभी भाग्य भी खेल का हिस्सा बन जाता है।" उन्होंने यह भी जोड़ते हुए बताया कि रिंकू की फिनिशिंग स्किल्स को उन्होंने कई ट्रायल्स में देखा था, पर फाइनल में मौका मिलना बेमिसाल था।
वहीँ, रिंकू ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, "एक ही बॉल मिली और मैंने वही किया जो मैंने अपने दिल में लिखा था। मैंने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले एक नोट में लिखा था कि मेरा विनिंग शॉट इन ही बॉल से आएगा। भगवान ने मेरे हाथों में बॉल रखी थी।" यह बयान अपने आप में एक दिलचस्प कहानी बन गया, क्योंकि नोट का उल्लेख ही नहीं, बल्कि उसकी फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
खिलाड़ी, कोच और मंगेतर की प्रतिक्रियाएँ
रिंकू की मंगेतर, सांसद प्रिया सरोज, ने वीडियो कॉल के माध्यम से बधाई दी। उन्होंने कहा, "तुम्हारा यह शॉट सिर्फ तुम्हारे लिये नहीं, पूरे भारत के लिये एक गर्व का क्षण है।" इस बधाई को उन्होंने इंस्टाग्राम पर "इंडिया‑इंडिया" टैग के साथ शेयर किया, जिससे लाखों फैंस ने कमेंट किया।
दुबई में मैच का माहौल सुनसान नहीं था। स्टेडियम के बाहर भी ध्वज लहराते दिखे, और स्क्रीन पर रिंकू के शॉट को दोहराते हुए इनसानों की तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी। जब सत्री बॉलर ने भी इस शॉट को सराहा, तो उन्होंने कहा, "ऐसे अकल्पित क्षण ही क्रिकेट को इतना रोमांचक बनाते हैं।"
अलीगढ़ में जश्न और आगे की झलक
रिंकू का जन्म अलीगढ़ में हुआ है, और शहर के फुटपाथी एलीट क्लब में वह अक्सर अभ्यास करता था। फाइनल के दो दिन बाद, अलीगढ़ के मुख्य चौकी पर एक बड़ी सभा का आयोजन हुआ, जहाँ स्थानीय नेता और युवाओं ने रिंकू को सराहा। उन्होंने कहा, "रिंकू ने अपने हौंसले और मेहनत से पूरे राज्य का नाम रोशन किया।"
भविष्य की बात करें तो कोच ने रिंकू को जल्दी ही भारत की राष्ट्रीय टीम में स्थायी जगह देने की संभावना जताई। उन्होंने यह भी कहा कि नई टूर में रिंकू को लगातार खेलाने का विचार है, क्योंकि "एक बॉल पर भरोसा नहीं, बल्कि लगातार प्रदर्शन चाहिए।"
क्यों यह जीत महत्वपूर्ण है?
एशिया कप एक बार फिर भारत‑पाकिस्तान के बीच के पुरानी प्रतिद्वंद्विता को नई रोशनी में लेकर आया। इस जीत से भारतीय टीम का रैंकिंग में सुधार होगा, और दो साल बाद आसन्न विश्व कप के लिए आत्मविश्वास बढ़ेगा। साथ ही, रिंकू जैसी अनभिज्ञ आइडल की कहानी आने वाले युवा क्रिकेटरों के लिये प्रेरणा बन सकती है।
Frequently Asked Questions
रिंकू सिंह को फाइनल में किन परिस्थितियों में खेलने का मौका मिला?
मैच के आखिरी ओवर में भारत 5 रन पीछे था और दो विकेट गिर चुके थे। कोच ने अचानक रिंकू को अंतिम बॉल पर चलाया, जिससे उसने वही शॉट मार कर जीत पक्की कर दी।
कोच मसूद उज़ जफर अमीनी ने पहले रिंकू को फाइनल में खेलने से क्यों रोका?
कोच ने कहा कि रिंकू ने टूर्नामेंट में अभी तक कोई बॉल नहीं खेली थी और उसका फॉर्म स्टेटस अनिश्चित था। इसलिए उन्होंने शुरुआत में उसे प्राथमिक क्रम में नहीं रखा।
इस जीत से भारत की एशिया कप रैंकिंग पर क्या असर पड़ेगा?
एशिया कप की जीत भारत को ICC में 3 लाइनों ऊपर ले जाएगी, जिससे अगली बड़े टूर्नामेंटों में समूह चयन आसान हो जाएगा।
अलीगढ़ के लोगों ने रिंकू की जीत पर कैसे जश्न मनाया?
अलीगढ़ के मुख्य चौकी पर बड़ी सभा हुई, जहाँ स्थानीय नेताओं ने रिंकू को सराहा और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने के लिये विशेष समारोह आयोजित किया।
रिंकू सिंह के अगले मैच में क्या भूमिका होगी?
कोच ने संकेत दिया कि रिंकू को नियमित बैटिंग क्रम में रखा जाएगा, क्योंकि उनका फिनिशर होने का प्रमाण अब सिद्ध हो चुका है। आगामी तुर्की‑एशिया सीरीज़ में उन्हें प्राथमिक क्रम में खेलने की संभावना है।
Himanshu Sanduja
सितंबर 29, 2025 AT 20:22रिंकू की जीत पूरी देश को गर्वित कर देती है।