जब हम 1 करोड़, एक करोड़ भारतीय रुपये (10 मिलियन) की मानक वित्तीय इकाई है, जो बजट, कर और निवेश योजनाओं में अक्सर दिखती है। की बात करते हैं, तो यह सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि कई नीति‑निर्णय और आम आदमी की जेब में बदलाव का संकेत है। इस राशि को अक्सर बड़े प्रोजेक्ट, सरकारी योजना या शेयर‑बाजार के हिस्से के रूप में देखा जाता है। भारत में 1 करोड़ का इंटरेक्शन कई क्षेत्रों में देखा जाता है — चाहे वह किराये की दर हो, या फिर कोई बड़ी दावेदारी। 1 करोड़ को समझना इसलिए जरूरी है, क्योंकि यह बताता है कि पैसे का वास्तविक वजन कब, कहाँ और कैसे बदलता है।
अब बात करते हैं दो मुख्य सहायक संस्थाओं की। पहला है कर, सरकारी आय का प्रमुख स्रोत, जो बड़ी रकम जैसे 1 करोड़ पर अलग‑अलग दर में लागू होता है।। जब कोई व्यक्ति या कंपनी 1 करोड़ की आय प्राप्त करती है, तो उस पर आयकर, व्यापारिक कर या संपत्ति कर जैसे कई टैक्स लगते हैं, जो वास्तविक शुद्ध राशि को कम कर देते हैं। दूसरा है निवेश, पूँजी का वह हिस्सा जो भविष्य में रिटर्न पाने के लिये विभिन्न साधनों में लगाया जाता है।। 1 करोड़ को सीधे शेयर‑बाजार, म्यूचुअल फंड या रियल एस्टेट में निवेश करने से संभावित रिटर्न बढ़ता है, पर साथ ही जोखिम भी बढ़ता है। इस तरह 1 करोड़ को कर‑फ्रेमवर्क और निवेश रणनीति दोनों से जोड़ा जा सकता है, जिससे यह वित्तीय योजना का मुख्य स्तंभ बन जाता है।
वास्तविक जीवन में हम कई उदाहरण देख सकते हैं जहाँ 1 करोड़ की रकम प्रमुख भूमिका निभाती है। 2025 में बिहार की बाढ़ की राहत में प्रत्येक प्रभावित परिवार को 4 लाख रुपये मिले, लेकिन अगर बड़ी बुनियादी ढांचा योजना की बात करें तो अक्सर 1 करोड़ से लेकर कई सौ करोड़ तक की बजट आवंटन देखी जाती है। उसी साल सोना‑चांदी के मूल्य विश्लेषण में विशेषज्ञों ने कहा कि सोने की कीमतें 1 करोड़ रुपये के निशान तक पहुँच सकती हैं, जिससे निवेशकों को नई रणनीति अपनानी पड़ेगी। शेयर‑बाजार में “Ganesh Consumer Products” का IPO भी कई करोड़ निवेश आकर्षित कर रहा है, जहाँ 1 करोड़ की बांडिंग की उम्मीदें थीं। इसके अलावा, वित्तीय समाचारों में बताया गया कि RBI ने मई 2025 के बैंक छुट्टियों को भी इस पैमाने पर व्यवस्थित किया, जिससे डिजिटल बैंकिंग पर असर पड़ा। ये सभी केस 1 करोड़ को एक वित्तीय मापदंड के रूप में उजागर करते हैं।
खेल जगत में भी 1 करोड़ की चर्चा अक्सर सुनने को मिलती है। IPL 2025 के टीम बजट, टेबल टेनिस में US Open फाइनल तक पहुँचने वाले खिलाड़ी के प्रायोजन, या फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पुरस्कार धनराशि अक्सर 1 करोड़ के आसपास ही आती है। उदाहरण के तौर पर, रॉयल चैलेंजर्स बनगर की जलवायु‑सम्बंधित रणनीति में बारिश के कारण संभावित वित्तीय नुक्सान को कवर करने के लिए 1 करोड़ का इमरजेंसी फंड बनाया गया था। इसी तरह, महिला विश्व कप के मैचों में टीमों के लिए विंग्स और जीत‑पुरस्कार के पैकेज में भी 1 करोड़ की सीमा देखी जा सकती है। इस तरह खेलों में भी यह राशि समर्थन, प्रोमोशन और जोखिम प्रबंधन का महत्वपूर्ण हद बनती है।
तो आप अब देख सकते हैं कि 1 करोड़ केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि कर‑नीति, निवेश‑रिटर्न, समाचार‑सम्पर्क और खेल‑फंडिंग जैसे विभिन्न पहलुओं में जड़ें जमाए हुए है। नीचे आप इन विषयों से जुड़ी खबरों, विश्लेषणों और विशेषज्ञ राय की विस्तृत सूची पाएंगे, जो आपके वित्तीय समझ को और गहरा कर देगी। इस ज्ञान को अपने निर्णय‑प्रक्रिया में शामिल करें और देखें कि 1 करोड़ कैसे आपके रोज‑मर्रा के फैसलों को आकार देता है।
केरल राज्य लॉटरी विभाग ने 8 जून 2025 को आयोजित समृद्धि SM-6 ड्रॉ के परिणाम घोषित किए। पहला पुरस्कार 1 करोड़ रुपये, दूसरा 75 लाख और तीसरा 25 लाख रखा गया। कोल्लम, कासरगोड, कन्नूर और कोट्टायाम सहित कई जिलों में विजेताओं की सूची प्रकाशित हुई। कॉन्सॉलिडेशन प्राइज़ के तहत 5,000 रुपये के कई टिकटों को भी चुना गया। लॉटरी की वैधता और राज्य की आय पर भी चर्चा की गई।