जब आप सुबह उठकर दांत माँजते हैं, चाय बनाते हैं, या शाम को बाजार से साबुन लेते हैं—तो आप FMCG कंपनी, फ़ास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स कंपनियाँ जो रोज़ाना इस्तेमाल होने वाली चीज़ें बेचती हैं. इन्हें फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स भी कहते हैं, और ये भारत के हर गाँव और शहर में घुस चुकी हैं। ये कंपनियाँ सिर्फ़ साबुन या शैम्पू नहीं बेचतीं, बल्कि आपकी दिनचर्या का हिस्सा बन गई हैं।
आपने हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी, जो लिवर, सेंसेटिव, और फूड ब्रांड्स बनाती है के नाम सुने होंगे। ये कंपनी आपके घर के टूल बॉक्स से लेकर रसोई तक फैली हुई है। वहीं, आईसीआईसीआई प्रोडक्ट्स, स्वादिष्ट और सस्ते फूड प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी जो लोगों के लिए बाजार में नया रुख लाई ने चाय के लिए टी-बैग्स को एक जरूरत बना दिया। और अगर आप रात को घर पर पिज़्ज़ा खाते हैं, तो डॉमिनोज़, फास्ट फूड के राजा जो भारत में घर बैठे खाना लाने का नया तरीका बन गया का शुक्रिया अदा करें।
इन कंपनियों का असर सिर्फ़ शेल्फ़ पर नहीं, बल्कि आपके बजट और आदतों पर भी पड़ता है। क्या आपने कभी सोचा कि एक छोटा सा शैम्पू बॉटल या एक पैक चाय कैसे आपके खर्च को नियंत्रित करता है? ये कंपनियाँ इसी को समझती हैं—छोटी-छोटी चीज़ें, बड़े बदलाव लाती हैं। और यही वजह है कि जब भी कोई FMCG कंपनी नया उत्पाद लाती है, तो पूरा बाजार उसकी ओर देखने लगता है।
इस पेज पर आपको ऐसे ही बड़े-बड़े FMCG कंपनियों के बारे में खबरें मिलेंगी—जहाँ नए उत्पाद, बड़े बदलाव, और ग्राहकों की पसंद का राज खुलता है। आप देखेंगे कि कैसे एक नया ब्रांड एक गाँव के घरों में घुस जाता है, या कैसे एक बड़ी कंपनी ने अपना प्रोडक्ट बदलकर लाखों लोगों की ज़िंदगी बदल दी। ये सब आपके रोज़ के जीवन का हिस्सा है—बस आपने कभी इसे नहीं देखा।
Ganesh Consumer Products Limited ने 22 सितंबर को अपना IPO शुरू किया, लेकिन पहले दिन केवल 12% सब्सक्रिप्शन मिला। कीमत 306‑322 रुपए प्रति शेयर तय, 409 करोड़ रुपये के इश्यू में 89 लाख शेयर पेश। कंपनी ने एंकर निवेशकों से 122 करोड़ रुपये जुटाए थे और रोस्टेड ग्राम आटा निर्माण हेतु 45 करोड़ खर्च करेगा।