इज़राइल की समग्र समझ – इतिहास से लेकर हाई‑टेक तक

जब बात इज़राइल, दक्षिण‑पश्चिम एशिया के मध्य‑पूर्व में स्थित एक छोटा लेकिन रणनीतिक देश, Israel की होती है, तो तुरंत उसके इतिहास, राजनीति और तकनीक की याद आती है। साथ ही मध्य पूर्व, उच्च तनाव वाला भू‑भौगोलिक क्षेत्र और इज़राइल‑फ़िलिस्तीन संघर्ष, स्थायी राजनीतिक टकराव जो सुरक्षा, मानवाधिकार और अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति को प्रभावित करता है भी इस चर्चा के अभिन्न हिस्से हैं। इन तीनों तत्वों की गहरी समझ से आप इज़राइल के वर्तमान परिदृश्य को बेहतर देख पाते हैं।

इज़राइल का इतिहास 1948 में स्वतंत्रता पुनः प्राप्ति से शुरू होता है, पर इसकी जड़ें प्राचीन यहूदी सभ्यताओं में गहरी हैं। स्वतंत्रता के बाद से इसने दो‑तीन बड़े युद्ध देखे, जैसे 1967 का छह‑दिवसीय युद्ध, जिसने उसकी सीमाओं को मौजूदा रूप दिया। यहाँ की राजनीति लगातार गठबंधन‑आधारित है; प्रमुख पार्टियों में लीक्सर, ब्लू और याहव के गठबंधन स्थित हैं। आज के नेतृत्व में, विदेश नीति का मुख्य फोकस राजनयिक संबंधों को मजबूत करना, विशेषकर अमेरिका और यूरोपीय देशों के साथ, जबकि सुरक्षा क्षेत्र में दीर्घकालिक गठबंधन इज़राइल को दूर‑दराज़ खतरों से बचाता है।

इज़राइल की प्रौद्योगिकी, वैश्विक स्तर पर पहचाना गया स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम और रक्षा‑तकनीक इसे "स्टार्ट‑अप नेशन" बनाती है। साइलिकॉन वैली के समान, यहाँ हर साल हजारों नई कंपनियां स्थापित होती हैं, खासकर साइबर‑सिक्योरिटी, कृषि‑तकनीक, मेडिसिन और एआई में। इस तकनीकी बूम का एक बड़ा कारण शिक्षा प्रणाली है—इज़राइल के विश्वविद्यालय विश्व‑स्तरीय अनुसंधान प्रदान करते हैं, और सेना में सेवा के दौरान युवा इंजीनियर नवीन पहलें विकसित करते हैं। परिणामस्वरूप, इज़राइल की निर्यात‑प्रमुख कंपनियां रक्षा, मेडिकल इमेजिंग व क्लीन टेक्नोलॉजी में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं।

आर्थिक दृष्टि से इज़राइल की अर्थव्यवस्था, वित्तीय स्थिरता, उच्च जीडीपी प्रति व्यक्ति और निर्यात‑उन्मुख उद्योगों पर आधारित मजबूत और विविधित है। सेवा‑क्षेत्र में बैंकों、बीमा कंपनियों और हाई‑टेक फर्मों की महत्त्वपूर्ण हिस्सेदारी है। कृषि में इज़राइल ने ड्रिप इरिगेशन जैसी बायोटेक्नोलॉजी विकसित करके जल‑कमी वाले क्षेत्रों में भी उत्पादन बढ़ा दिया है। साथ ही, पर्यटन भी आय का बड़ा स्रोत है—त्यूल, जेरीको और मोल्डोवा जैसे स्थल विश्वभर के यात्रियों को आकर्षित करते हैं। इन सभी क्षेत्रों में निरंतर नवाचार इज़राइल को आर्थिक रूप से स्थिर रखने में मदद करता है।

इज़राइल के प्रमुख पहलू – क्या बदल रहा है?

आज इज़राइल कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। इज़राइल‑फ़िलिस्तीन संघर्ष अभी भी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रमुख समस्या बना हुआ है; शांति प्रक्रिया में कभी‑कभी छोटे‑छोटे समझौते होते हैं, पर बड़े‑बड़े मुद्दे अब भी अनसॉल्व्ड हैं। इसी के साथ, नॉर्मन इसराइल कोरियन-स्थापना, जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा सुरक्षा भी प्रमुख एजेंडा में हैं। हालाँकि, इज़राइल ने नवीकरणीय ऊर्जा, विशेषकर सौर ऊर्जा, में बड़े निवेश किए हैं, जिससे भविष्य में ऊर्जा की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।

आप नीचे पढ़ेंगे कि कैसे ये विभिन्न पहलू – इतिहास, राजनीति, तकनीक और आर्थिक रणनीतियाँ – एक साथ इज़राइल को वैश्विक मंच पर एक अनूठी पहचान देती हैं। इन सबका संक्षिप्त, लेकिन गहरा विश्लेषण आपको आगे आने वाले लेखों में मिलेगा, जहाँ हम विस्तार से प्रत्येक विषय को समझेंगे। अब चलिए, इस संग्रह में छिपी जानकारी को देखते हैं।

अक्तू॰ 7, 2024
raja emani
बेरूत में इज़राइली बमबारी के बीच तनावपूर्ण माहौल
बेरूत में इज़राइली बमबारी के बीच तनावपूर्ण माहौल

बेरूत के दक्षिणी भाग में इज़राइल द्वारा की गई बमबारी ने इलाके में एक बार फिर से तनाव बढ़ा दिया है। सीएनएन के वरिष्ठ अंतर्राष्ट्रीय संवाददाता बेन वेडमैन ने बताया कि यह बमबारी बहुत तीव्र थी, जो इज़राइल और हमास के बीच जारी संघर्ष की एक विस्तृत योजना का हिस्सा है। उनकी रिपोर्ट में हताहतों या क्षति के विवरण नहीं हैं, लेकिन स्थिति की गंभीरता साफ दिखाई गई है। इसमें अक्टूबर 7 के हमास हमले का भी जिक्र है।

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