जब हम राजनीति, देश की शक्ति संरचना, निर्णय‑प्रक्रिया और सार्वजनिक मुद्दों का प्रबंधन. Also known as पॉलिटिक्स, it की बात करते हैं, तो दो प्रमुख घटक साथ आते हैं – सरकार, निर्वाचित या नियुक्त अधिकारियों का वह समूह जो कानून बनाता और लागू करता है और नीति, लक्ष्य‑उन्मुख दिशा‑निर्देश जो सरकार के निर्णयों को रूप देते हैं. इन दोनों के बीच विदेशी संबंध का ताना-बाना जुड़ा होता है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बातचीत सीधे राजनीति के agendas को प्रभावित करती है. इस तरह राजनीति ⟶ नीति ⟶ सरकार और राजनीति ⟶ विदेशी संबंध ⟶ अंतरराष्ट्रीय नीति जैसी सांस्कृतिक‑सैद्धान्तिक कड़ियाँ बनती हैं.
आज के राजनीतिक परिदृश्य में कुछ प्रमुख विषय लगातार सामने आते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर, गँभीर कई, कांग्रेस‑RJD गठबंधन का ईबीसी मेनिफेस्टो जैसे गठबंधन दस्तावेज़, चुनावी रणनीतियों को तय करते हैं और कई राज्यों में सामाजिक‑आर्थिक नीतियों को दिशा देते हैं। विदेश में, ग७ शिखर, विज़न-आधारित बहुपक्षीय मंच जहाँ भारत‑इटली जैसी द्विपक्षीय समझौतें बनते हैं जैसी बैठकों का परिणाम अक्सर अंतरराष्ट्रीय व्यापार, सुरक्षा और जलवायु नीति में झलकता है। इसी तरह, RBI द्वारा नियोजित बैंक छुट्टियों, वित्तीय संस्थानों के लिए आधिकारिक बंद रहने की तिथियाँ जैसी वित्तीय‑नीति के छोटे‑छोटे फैसले भी राजनीति के व्यावहारिक असर को दर्शाते हैं।
इन सबका सार यह है कि राजनीति सिर्फ चुनावी प्रचार नहीं, बल्कि नीति‑निर्माण, अंतरराष्ट्रीय वार्ता और सार्वजनिक सेवा के हर पहलू को जोड़ने वाला एक जटिल तंत्र है। नीचे आप देखेंगे कैसे नवीनतम समाचार, विश्लेषण और विशेषज्ञ राय इन विभिन्न आयामों को उजागर करती हैं—छोटे‑बड़े निर्णयों से लेकर बड़े अंतरराष्ट्रीय मंचों तक। चलिए, इस बहुप्रतिभा वाले क्षेत्र के ताज़ा अपडेट्स में डुबकी लगाते हैं।
44 वर्षीय केमी बेडेनोंच को यूके कंजरवेटिव पार्टी की नई नेता के रूप में चुना गया है। "एंटी-वोक" के नाम से विख्यात बेडेनोंच ने 57% वोटों से रॉबर्ट जेनरिक को हराया। उन्होंने रिषि सुनक के उत्तराधिकार के रूप में पार्टी की बागडोर संभाली है और अब उनका सामना लेबर पार्टी के कीर स्टारमर से होगा। बेडेनोंच के सामने पार्टी को एकजुट करने और जनता का विश्वास वापस पाने की चुनौती है।