जब हम शेयर बाजार, वित्तीय परिसंचरण का वह मंच जहाँ कंपनियों के शेयर खरीदे‑बेचे जाते हैं और निवेशकों को रिटर्न मिलते हैं. इसे अक्सर स्टॉक एक्सचेंज या इक्विटी मार्केट कहा जाता है, और यह छोटे‑से‑बड़े सभी निवेशकों के लिए रोज़मर्रा की आर्थिक कहानी बनाता है.
शेयर बाजार का दिल Sensex, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मुख्य 30‑संख्या वाला सूचकांक, जिसमें बड़े‑बड़े कंपनियों की कीमतें सम्मिलित होती हैं और Nifty, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50‑संख्या वाला इंडेक्स, जो विविध सेक्टर की दिशा दिखाता है शामिल हैं. दोनों ही इंडेक्स शेयर बाजार की समग्र स्वास्थ्य का मीटर्स हैं; जब Sensex उछलकूद करता है, Nifty अक्सर उसका प्रतिध्वनि देता है. इन सूचकांकों की चाल निवेशकों को यह संकेत देती है कि कब खरीदना है, कब बेचना है, या कब धीरज रखना है. उदाहरण के तौर पर, जब Nifty 50‑किलो पर स्थिर रहता है, तो कई ट्रेडर्स छोटे‑छोटे प्रॉफिट‑टार्गेट सेट करते हैं, जबकि बड़े संस्थागत निवेशक बड़े ट्रेंड का इंतज़ार करते हैं.
एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू IPO, इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग, यानी नई कंपनियों का सार्वजनिक रूप से शेयर जारी करना है. IPO शेयर बाजार में नया रक्त बहाता है और निवेशकों को शुरुआती चरण में संभावित उच्च रिटर्न का मौका देता है. हाल ही में कई फैंसी कंपनियों के IPO पर चर्चा रही है—जिनकी सब्सक्रिप्शन दरें 100% से भी ऊपर रही। जब IPO का मूल्यांकन उचित लगता है, तो ट्रेंड‑सेटर फर्में इसे मनी‑मैनेजमेंट का हिस्सा बनाती हैं. साथ ही, ट्रेडिंग के अलग‑अलग स्टाइल—जैसे दीवाली मुहुरत ट्रेडिंग, डे ट्रेडिंग या पॉज़िशन ट्रेडिंग—भी शेयर बाजार के भीतर अलग‑अलग रणनीतियों को दर्शाते हैं. इस तरह के व्यवहारिक विकल्पों को समझने से निवेशकों को अस्थायी बाजार मोमेंटम और दीर्घकालिक स्थिरता दोनों को उचित रूप से संतुलित करने में मदद मिलती है.
इसीलिए शेयर बाजार सिर्फ़ संख्या नहीं, बल्कि कई जुड़ी‑हुई इकाइयों का नेटवर्क है: सूचकांक, IPO, ट्रेडिंग टैक्टिक, साथ ही बाहरी कारक जैसे टैरिफ, सोना‑चांदी की कीमतें, या ब्याज दरें भी इस नेटवर्क को प्रभावित करती हैं. जब ट्रम्प‑शी टैरिफ की खबर आती है, तो फार्मा स्टॉक्स में दबाव बढ़ता है; जब सोने की कीमतें उछलती‑पछलती हैं, तो गोल्ड ETFs में निवेश बढ़ता है. इन सभी कारकों को देखा जाए, तो शेयर बाजार का हर मोड़ आपको एक नया सीखने का अवसर देता है. नीचे आपको हमारी सबसे ताज़ा लेखों की सूची मिलेगी—सेन्सी स्टॉक्स की दैनंदिन मूवमेंट, निफ्टी के रुझान, आईपीओ अपडेट और ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी—जिनसे आप अपने फिनेंशियल फैसलों को और बेहतर बना सकते हैं.
एशिया के शेयर बाजारों में बड़ी हलचल दिखी, जहाँ हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स 3% से ज्यादा चढ़कर 52 हफ्ते की नई ऊँचाई पर पहुँचा, जबकि जापान का निक्केई 225 सूचकांक फिसला। बाजार में यह विभाजन मजबूत निवेशक भरोसे, सेक्टर-वाइज बढ़त और बदलते वैश्विक संकेतों के बीच आया।
विप्रो के निदेशक मंडल ने 2024 की दूसरी तिमाही के वित्तीय नतीजों के साथ बोनस शेयर जारी करने पर विचार करने का निर्णय लिया है। यह कदम शेयर की तरलता बढ़ाने और इसे निवेशकों के लिए अधिक सुलभ बनाने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है। बोनस शेयर मौजूदा शेयरधारकों को अतिरिक्त मुहैया कराए जाते हैं, जिन पर कोई अतिरिक्त लागत नहीं लगती।
सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) के शेयर कीमत में एक्स-डेट पर लगभग 8% की बढ़ोतरी हुई। यह बढ़ोतरी 24 अगस्त 2024 को निर्धारित रिकॉर्ड डेट से पहले शेयरधारकों के लिए बोनस शेयर योग्य होने के अवसर को चिन्हित करती है। इस दिन शेयर की कीमत ने इंट्राडे हाई 1558.85 रुपये प्रति शेयर पर पहुँचाई।