जब बात वामपंथी गठबंधन, वामपंथी विचारधारा वाले विभिन्न राजनीतिक दलों के सहयोगी मंच की आती है, तो यह समझना ज़रूरी है कि इसका मूल उद्देश्य सामाजिक न्याय, आर्थिक समानता और लोकतांत्रिक पुनर्संरचना को आगे बढ़ाना है। इसे अक्सर लेफ्ट ब्लॉक कहा जाता है।
वामपंथी गठबंधन समाजवादी पार्टी जैसे प्रमुख पार्टियों को शामिल करता है और समाजवादी पार्टी, भारत की सबसे बड़ी व्यवस्थित बाययरन्याय‑प्रेरित पार्टी को एक प्रमुख स्तंभ मानता है। इसके अलावा, जनता शक्ति मोर्चा, ग्रासरूट स्तर पर काम करने वाला वामपंथी गठबंधन का सदस्य समूह और धर्मनिरपेक्षता, राजनीति में सभी धर्मों के बराबर अधिकार की सिद्धांत भी इस गठबंधन के मुख्य सिद्धांतों में गिने जाते हैं।
इन इकाइयों के बीच तीन प्रमुख संबंध बनते हैं: वामपंथी गठबंधन समावेशी नीति को प्रोत्साहित करता है, समाजवादी पार्टी आर्थिक पुनर्वितरण की वकालत करती है, और धर्मनिरपेक्षता सांस्कृतिक विविधता को सुरक्षित रखती है। ये सेमांटिक ट्रिपल (वामपंथी गठबंधन‑समावेशी नीति‑सामाजिक न्याय, समाजवादी पार्टी‑आर्थिक पुनर्वितरण‑बाययरन्याय, धर्मनिरपेक्षता‑सांस्कृतिक विविधता‑राष्ट्रीय एकता) मिलकर एक सामंजस्यपूर्ण मंच तैयार करते हैं।
वामपंथी गठबंधन के सदस्य अक्सर सामुदायिक कल्याण योजनाओं, न्यूनतम वेतन वृद्धि, और प्रगति शैक्षिक पहलों को प्राथमिकता देते हैं। इनके द्वारा प्रस्तावित बजट सुधारों में टैक्स स्लैब का पुनर्गठन, सार्वजनिक स्वास्थ्य में निवेश, और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार शामिल है। इस मंच की रणनीति सिर्फ चुनावी गठबंधन नहीं, बल्कि दीर्घकालिक सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक संकल्प है।
यदि आप जानना चाहते हैं कि वामपंथी गठबंधन ने पिछले महीनों में कौन‑से प्रमुख घोषणा की, किस राज्य में नई गठबंधन समझौते हुए, और कौन‑से प्रमुख नेता इस मंच से जुड़े हैं, तो नीचे दिए गए लेखों में विस्तृत विवरण मिलेगा। ये लेख विभिन्न पहलुओं—राजनीतिक गठबंधन, आर्थिक नीति, सामाजिक आंदोलन—पर प्रकाश डालते हैं, जिससे आप पूरी तस्वीर समझ सकेंगे। आगे पढ़ते हुए आप देखेंगे कि कैसे ये विचारधारा आज की राजनीति को आकार दे रही है और किस प्रकार भविष्य में बदलते माहौल का जवाब दे रही है।
हाल ही में हुए फ्रांस के विधायी चुनावों में वामपंथी गठबंधन ने सबसे बड़ी जीत हासिल की है, हालांकि यह बहुमत प्राप्त करने में विफल रहा। इससे सरकार बनाने की संभावनाएं अनिश्चित हो गई हैं और देश में हंग संसद की स्थिति उत्पन्न हो गई है।