जब बात धर्म एवं विश्वास, व्यक्तियों या समुदायों द्वारा अपनाई गई आध्यात्मिक मान्यताओं, रीति‑रिवाज़ों और अनुष्ठानों का समग्र समूह की आती है, तो यह सिर्फ एक विषय नहीं बल्कि जीवन‑शैली का अहम हिस्सा बन जाता है। इस श्रेणी में हम उन घटनाओं, त्यौहारों, और व्यक्तियों को कवर करते हैं जो हमारे आध्यात्मिक दिमाग को नया मोड़ देते हैं। चाहे वह नवरात्रि की रंगीन रीतियां हों या वैश्विक चर्च के नए फैसले, सभी को यहाँ समझा और प्रस्तुत किया जाता है। इस विस्तृत संग्रह में आप पाएंगे कि कैसे विभिन्न मान्यताएँ एक‑दूसरे को प्रभावित करती हैं और दैनिक जीवन में उनका क्या असर है।
Navratri के आठवें दिन Maha Ashtami 30 सितंबर 2025 को पड़ रहा है। इस दिन देवी महा गौरी की पूजा विशेष महत्व रखती है। दो प्रमुख Kanya Puja मुहूर्त 5‑6 बजे और 10:40‑12:10 बजे निर्धारित हैं। शंकु‑पक्ष की तिथि 29 सितंबर शाम 4:31 बजे से शुरू होकर 30 सितंबर शाम 6:06 बजे तक चलती है।
नवरात्रि के दूसरे दिन माँ ब्राह्मचरिणी की पूजा का महत्व, रंग, भोग, मंत्र और विस्तृत अनुष्ठान बताया गया है। सफेद रंग और शक्कर‑आधारित प्रसाद की पसंद, कालश स्थापना से लेकर अखंड ज्योति तक की प्रक्रिया विस्तार से समझी गई है। यह लेख घर‑घर में आसानी से अपनाने योग्य पूजा विधि प्रस्तुत करता है।
पोप फ्रांसिस ने 21 नए कार्डिनल्स की नियुक्ति करके कार्डिनल कॉलेज की विविधता को बढ़ाया है और अपनी प्रभावशीलता को मजबूत किया है। यह उनके 11 वर्षों के कार्यकाल में सबसे बड़ी संख्या की नियुक्ति है। नए कार्डिनल 8 दिसंबर को उनके लाल टोपी प्राप्त करेंगे। इन नियुक्तियों में 99 वर्षीय मॉन्सिन्योर एंजेलो एसेर्बी और 44 वर्षीय बिशप माइकोला बाइचोक शामिल हैं।