भारत की प्रमुख उम्मीद: लवलीना बोरगोहेन पेरिस 2024 ओलंपिक में
भारतीय बॉक्सिंग के क्षेत्र में लवलीना बोरगोहेन का नाम अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है। टोक्यो 2020 ओलंपिक में उन्होंने महिलाओं की वेल्टरवेट (69 किलोग्राम) श्रेणी में कांस्य पदक जीतकर भारत के लिए गेम चेंजर का काम किया था। इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद अब लवलीना का ध्यान पेरिस 2024 ओलंपिक पर है, जिसमें वे मिडलवेट यानी 75 किलोग्राम श्रेणी में प्रतियोगिता करेंगी।
पेरिस 2024 की तैयारी
लवलीना ने टोक्यो 2020 में जर्मनी की नादिन एपेत्ज़ को राउंड ऑफ 16 में हराया था और क्वाटर फाइनल में ताइवान की चेन नियन-चिन को मात देकर पदक पक्का किया था। हालांकि, सेमीफाइनल में टर्की की बुसेनाज़ सुरमेली के हाथों हारकर उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था। इस प्रदर्शन ने उनके करियर में एक नई दिशा दी और उन्हें नई पारी की ओर प्रेरित किया।
पिछले कुछ सालों में लवलीना ने अपनी मिडलवेट श्रेणी में भी शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 2022 के एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता और 2023 में विश्व चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता। उनकी मेहनत और संघर्ष ने ओलंपिक कोटा भी दिलाया, जो उन्होंने एशियाई खेल 2022 में सिल्वर मेडल जीतकर हासिल किया था।
प्रतिद्वंदियों से होगी कड़ी टक्कर
पेरिस 2024 में लवलीना बोरगोहेन भारतीय दल की एकमात्र सीडेड मुक्केबाज होंगी। टॉप सीड चीनी मुक्केबाज ली कियान, जिन्होंने हांगझू में आयोजित एशियाई खेलों 2022 में लवलीना को मात दी थी, मुख्य प्रतिद्वंदियों में से एक होंगी। ली कियान ने टोक्यो 2020 में सिल्वर मेडल जीता था और वे मिडलवेट श्रेणी में पहले स्थान पर हैं।
इसके अलावा, मौजूदा विश्व चैंपियन मोरक्को की खादिजा मार्दी, यूरोपीय चैंपियन आयरलैंड की आइफी ओ'रॉर्क, और राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन कैनेडा की तमारा थीबॉल्ट भी मिडलवेट में लवलीना के प्रमुख प्रतिद्वंदियों की सूची में शामिल हैं। इन सभी के बीच लवलीना की टक्कर काफी रोमांचक होने वाली है।
लाइव स्ट्रीमिंग और टेलीकास्ट जानकारी
भारतीय दर्शकों के लिए यह किसी सौगात से कम नहीं है कि वे लवलीना बोरगोहेन के सभी मुकाबलों को जियो सिनेमा पर लाइव स्ट्रीम कर सकेंगे। इसके अलावा, स्पोर्ट्स 18 नेटवर्क टीवी चैनल पर भी लाइव टेलीकास्ट होगा। इस प्रकार, भारतीय फैंस अपने पसंदीदा बॉक्सर का समर्थन करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
लवलीना की मेहनत और उनका संघर्ष
लवलीना बोरगोहेन के सफर में उनकी सख्त मेहनत, अनुशासन, और संघर्ष का बहुत बड़ा हाथ है। असम के गोलाघाट जिले की रहने वाली लवलीना को शुरू से ही बॉक्सिंग का शौक था। उनके कोच लवंथर गगोई ने उनके अंदर की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें सही दिशा में ढालने का काम किया। लवलीना खुद भी अपनी रणनीति और फिटनेस पर बेहद ध्यान देती हैं।
ऑल इंडिया बॉक्सिंग संघ और भारतीय खेल प्राधिकरण ने भी लवलीना के प्रशिक्षण और सुविधाओं में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्हें उच्च कोटि की ट्रेनिंग दी गई है ताकि वे अपनी श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें। यही कारण है कि उनकी मुकाबले की तकनीक और पंचिंग क्षमता दोनों ही मजबूत हुई हैं।
बॉक्सिंग की चुनौती भरी दुनिया
बॉक्सिंग की दुनिया में प्रतिस्पर्धा बहुत कड़ी होती है और हर मुकाबला नई चुनौतियाँ लाता है। ऐसे में लवलीना के लिए पेरिस 2024 कोई साधारण कामयाबी नहीं होगी। हर बार के मैच के पहले उन्हें अपने प्रतिद्वंद्वी की रणनीति को भांपना और उसके हिसाब से तैयारी करना आवश्यक होता है। यह प्रक्रिया उन्हें हर मुकाबले के साथ बेहतर बनने में मदद करती है।
भारत के खेलप्रेमी लवलीना बोरगोहेन से बहुत उम्मीदें लगाए बैठे हैं। एक तरह से लवलीना का यह सफर देश के उन तमाम युवाओं को भी प्रेरित करेगा जो खेल के क्षेत्र में कुछ बड़ा करना चाहते हैं।
इस प्रकार, पेरिस 2024 ओलंपिक में लवलीना बोरगोहेन का संघर्ष और उनकी मेहनत भारतीय खेल प्रेमियों के दिल में एक अलग ही जगह बना चुकी है। आने वाला समय बताएगा कि क्या वे अपने पेरिस के सफर में गोल्ड मेडल जीत पाएंगी या नहीं, परंतु उनके हौसले और शौर्य को सलाम जरूर किया जाएगा।