2024 ओलंपिक्स – पेरिस में दुनिया का सबसे बड़ा खेल महोत्सव

जब हम 2024 ओलंपिक्स, पेरिस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बहु‑खेल आयोजन, भी कहा जाता है, तो तुरंत दीर्घ इतिहास और नई तकनीक का जिक्र आता है। यह इवेंट 2024 में 2 जुलाई से 18 अगस्त तक चलता है और 33 खेलों में 10,500 से अधिक एथलीट भाग लेते हैं। पेरिस ओलंपिक शब्द अक्सर इस आयोजन को संक्षिप्त करने के लिए इस्तेमाल होता है, पर इसका प्रभाव सिर्फ एक और टूर्नामेंट से कहीं अधिक है – यह राष्ट्रीय गर्व, आर्थिक अवसर और तकनीकी नवाचार को जोड़ता है।

एक मुख्य ओलंपिक खेल, ऐसे प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम जो स्विमिंग, एथलेटिक्स, जिम्नास्टिक्स आदि को शामिल करते हैं में से कई 2024 में नई फ़ॉर्मेट के साथ आए हैं, जैसे कि तैराकी में मिश्रित फिरौन रिले और बॉक्सिंग में महिलाओं के लिए पेस मेट्रिक। ये बदलाव ओलंपिक रिकॉर्ड, पिछले सत्रों में स्थापित उच्चतम अंक व समय को चुनौती देते हैं, इसलिए हर दौराज़ा नया इतिहास लिखने का मौका बन जाता है।

भारतीय खिलाड़ी और क्वालिफिकेशन की राह

भारत ने पिछले कई ओलंपिक्स में अपनी पहचान बनाई है, और 2024 में भी भारतीय ओलंपिक खिलाड़ी, वॉलेट, शॉर्ट ट्रैक, कुश्ती आदि में प्रतिस्पर्धी एथलीट की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। क्वालिफिकेशन प्रक्रिया में एथलीट को अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करना पड़ता है, जैसे कि एथलेटिक्स में 10.05 सेकंड 100 मीटर पुरुष दौड़ या जूडो में 90 किलोग्राम वर्ग में 5‑वेज़न ग्रेड। इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए भारतीय ओलंपिक समिति ने राष्ट्रीय ट्रायल्स के साथ-साथ ग्रेडिंग कैंप आयोजित किए हैं, जिससे हर खिलाड़ी को अपने लाइट तक पहुंचने का मौका मिले।

जब हम ओलंपिक क्वालिफिकेशन, विभिन्न खेल संघों द्वारा निर्धारित मानक एवं राज्यीय ट्रायल्स की बात करते हैं, तो पता चलता है कि यह सिर्फ समय ट्रैक नहीं, बल्कि तकनीकी तैयारी, मानसिक मजबूती और पूरक इन्फ्रास्ट्रक्चर भी शामिल करता है। कई एथलीट ने बताया कि उन्होंने सिमुलेटेड सत्रों, हाई‑एयर लॉजिस्टिक्स और पोषण योजनाओं पर काम किया ताकि पेरिस का माहौल उनके लिए सहज हो सके।

इन सब बातों को देखते हुए, 2024 ओलंपिक्स का प्रभाव केवल खेल तक सीमित नहीं। यह पर्यटन, निवेश, और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए भी एक बड़े मंच के रूप में काम करता है। पेरिस ने स्थायी निर्माण के लिए 'व्यापारिक लाइटिंग' और 'इको‑फ्रेंडली स्टेडियम' प्रतिबद्धता जाहिर की है, जिससे ओलंपिक इवेंट को ग्रीन सॉल्यूशन का एक टेस्‍ट बेड बनाया गया है। यही कारण है कि हर देश, भारत सहित, इस इवेंट में भाग लेकर न केवल मेडल जीतने की उम्मीद करता है, बल्कि नई तकनीक और सहयोगी नेटवर्क बनाने की भी।

अब आप नीचे दी गई लेखों की सूची में देखेंगे कि कैसे विभिन्न खेल, रिकॉर्ड, और भारतीय एथलीट्स की तैयारी इस साल के ओलंपिक को आकार दे रही है। चाहे आप एक फैन्स हों, एक कोच, या सिर्फ ओलंपिक की रोचक कहानियों में रुचि रखते हों, यहाँ आपको हर कोने से जानकारी मिलेगी जो 2024 ओलंपिक्स को समझने में मदद करेगी।

अग॰ 1, 2024
raja emani
2024 ओलंपिक्स: साधारण चश्मे और हाथ पॉकेट में रखकर जीता सिल्वर मेडल — यूसुफ डिकीच बने पेरिस में चौंकाने वाले सितारे
2024 ओलंपिक्स: साधारण चश्मे और हाथ पॉकेट में रखकर जीता सिल्वर मेडल — यूसुफ डिकीच बने पेरिस में चौंकाने वाले सितारे

तुरुकी के 51 साल के निशानेबाज़ यूसुफ डिकीच ने पेरिस 2024 ओलंपिक्स में अनोखी शैली अपनाकर सबको चौंका दिया। पांचवीं बार ओलंपिक्स में भाग लेते हुए, डिकीच और उनकी टीम मेट सेव्वल इलायडा तरहान ने तुर्की के लिये 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीता। साधारण चश्मे और कानों में किसी तरह की सुरक्षा के बिना, डिकीच की स्थिरता और एडिंग प्रणाली ने उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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