जब बात आती है दीप्य खरीदारी, दीपावली के दौरान होने वाली खरीदारी की पूरी श्रृंखला, जिसमें घरेलू सामान, सोना-चांदी और शेयर बाजार के निवेश शामिल हैं, तो लोग सिर्फ लकड़ी के दीये या रंगीन लाल्टीन की बात करते हैं। लेकिन असली दीप्य खरीदारी का मतलब तो ये है कि आपका बजट, बाजार और बैंक खाता एक साथ जगमगा उठे। ये सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि एक आर्थिक घटना है। जब दीपावली ट्रेडिंग, दीपावली के दिन शेयर बाजार में होने वाली विशेष ट्रेडिंग एक्टिविटी, जिसमें Sensex और Nifty में तेजी आती है होती है, तो Sensex 84,000 के पार जाता है, Nifty 25,800 के ऊपर पहुंच जाता है, और रिलायंस इंडस्ट्रीज़, भारत की सबसे बड़ी कंपनी, जिसके परिणाम दीपावली ट्रेडिंग को बड़ा ट्रिगर बनाते हैं के शेयर ऊपर उछल जाते हैं। ये सब एक दिन की बात नहीं, बल्कि एक पैटर्न है।
दीप्य खरीदारी का दूसरा पहलू है सोना, भारतीय घरों में निवेश का सबसे पुराना और विश्वसनीय तरीका, जिसकी कीमत दीपावली के दौरान तेजी से बढ़ती है और चांदी, सोने का आम भाई, जिसे घरों में जल्दी से खरीदा जाता है और जिसकी कीमत भी दीपावली के साथ बढ़ती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि 2025 में सोना $4,000 प्रति ओंस के पार जा सकता है, और चांदी $60 प्रति ओंस के आसपास टिक सकती है। ये कीमतें सिर्फ एक अंक नहीं, बल्कि आपके बचत के भविष्य को तय करती हैं। जब आप दीपावली पर सोने की चूड़ी खरीदते हैं, तो आप सिर्फ एक आभूषण नहीं खरीद रहे होते, बल्कि एक बचत का निवेश कर रहे होते हैं। यही वजह है कि इस दौरान बैंकों में गोल्ड लोन और ब्लू बॉक्स बिक्री दोगुनी हो जाती है।
दीप्य खरीदारी में बड़े निवेश भी शामिल हैं। जब डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिकी राष्ट्रपति, जिनकी टिप्पणियां भारतीय बाजारों पर सीधा असर डालती हैं कहते हैं कि फार्मा आयात पर टैरिफ बढ़ाया जाएगा, तो Nifty Pharma में 2% गिरावट आ जाती है। लेकिन दीपावली के दिन, ये डर भूल जाते हैं। ट्रेडर्स अपनी निवेश रणनीति बदल देते हैं। वे रिलायंस, HDFC, या टाटा कंपनियों में निवेश करते हैं। ये सब एक साथ चलता है: घर में दीये जलते हैं, बाजार में शेयर चढ़ते हैं, और बैंक में सोना बिकता है। आपको ये जानकारी नहीं चाहिए कि आप क्या खरीद सकते हैं, बल्कि ये जानना चाहिए कि आपके पैसे कहां जा रहे हैं। नीचे दिए गए लेखों में आपको दीपावली के दौरान हुई असली खबरें मिलेंगी—जिनमें शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव, सोना-चांदी की कीमतों का रहस्य, और उन लोगों की कहानियां हैं जिन्होंने इस दीप्य खरीदारी से अपना भविष्य बदल दिया।
18 अक्टूबर को धनतेरस 2025 के शुभ मुहूर्त, चार अनिवार्य खरीदारी और भभलगुर के दीपक कुमार की टिप्स को देखें, जिससे घर में माँ लक्ष्मी का वास सुनिश्चित हो।