जब बात कर गणना, वित्तीय दायित्वों को समझने और सही टैक्स राशि निकालने की प्रक्रिया. Also known as टैक्स कैल्कुलेशन, it helps individuals and businesses avoid penalties and maximize deductions. इस प्रक्रिया में आयकर, वर्ष में अर्जित आय पर लगने वाला मुख्य कर प्रमुख भूमिका निभाता है। कर गणना का सही ज्ञान रखने से आप आय का सटीक अवलोकन कर सकते हैं, देनदारी तय कर सकते हैं और बचत के अवसर पहचान सकते हैं। यह समझें कि आयकर और कर गणना एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं (आयकर → कर गणना), जिससे टैक्स प्लानिंग आसान हो जाती है।
सरकार ने संपत्ति बिक्री पर पूँजीगत लाभ कर की गणना में इस्तेमाल होने वाले इन्फ्लेशन इंडेक्स को 363 से बढ़ाकर 376 कर दिया है। यह बदलाव 1 जुलाई 2024 से लागू होगा और करदाताओं की देनदारी को सीधे प्रभावित करेगा। नया इंडेक्स आयुर्वृद्धि के प्रभाव को कम करता है, जिससे कर बोझ घट सकता है। करदाताओं को अपने लेन‑देन की पुनर्गणना करनी पड़ेगी। इस लेख में नए नियम, गणना का तरीका और संभावित प्रभाव बताया गया है।