जब आप NEET UG 2025, भारत में MBBS और BDS के लिये आयोजित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा. इसके साथ NEET 2025 भी कहा जाता है, तो यह जानना जरूरी है कि यह परीक्षा परीक्षा पैटर्न, योग्यता मानदंड और सीटिंग प्रक्रिया को कैसे निर्धारित करती है।
एक प्रमुख संबंधित इकाई AIIMS, ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, जो अपनी स्वतंत्र प्रवेश नीति रखता है लेकिन NEET स्कोर का उपयोग करता है है। AIIMS के अलावा राज्य काउंसलिंग, प्रत्येक राज्य की हेल्थ एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित सीट अलॉटमेंट प्रक्रिया भी NEET स्कोर पर निर्भर करती है। इस प्रकार NEET UG 2025 सीधे मेडिकल कॉलेज असाइन्मेंट को प्रभावित करता है, जबकि राज्य काउंसलिंग और AIIMS जैसे संस्थान अंतिम सीट वितरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पहला घटक परीक्षा पैटर्न है – दो घंटे में 180 प्रश्न, 720 अंक, जिसमें भौतिकी, रसायनशास्त्र और जीवविज्ञान के बराबर भाग होते हैं। दूसरा घटक सिलेबस है, जो 11वीं और 12वीं के NCERT पुस्तकें पर आधारित है, इसलिए इन किताबों को दोबारा पढ़ना अनिवार्य है। तीसरा घटक योग्यताएँ – आयु 17 से 25 वर्ष, और 10+2 में कम से कम 50% अंक (SC/ST-PwD को 40%)। इन तीनों को समझकर आप अपनी तैयारी को लक्ष्य‑उन्मुख बना सकते हैं।
तीसरा भाग है तैयारी रणनीति। समय‑सारिणी में रोज़ाना 6‑8 घंटे पढ़ाई, पहले बुनियादी अवधारणाओं पर फोकस, फिर अभ्यास सेट और मॉक टेस्ट। कई सफल उम्मीदवार ने जनवरी‑फ़रवरी में पूर्ण सिलेबस कवरेज किया और मार्च‑अप्रैल में टाइम‑मैनेजमेंट पर काम किया। साथ ही, रिविजन के लिये प्रत्येक दो सप्ताह में एक बार पिछले महीने के सभी विषयों को दोहराना जरूरी है।
अंत में, परिणाम के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया आती है। NEET 2025 का स्कोर मानक रैंक कार्ड (SRC) जारी होने के 15 दिन के भीतर है। इसके बाद, सेन्ट्रल काउंसलिंग, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा संचालित, जो सभी केंद्रीय और असंलग्न संस्थानों के लिये होता है शुरू होती है। राज्य काउंसलिंग क्रमशः शुरू होती है, और उम्मीदवार को अपनी प्राथमिकता सूची अपलोड करनी होती है। इस चरण में कटऑफ, रैंकिंग और उपलब्ध सीटों का तालमेल देखना पड़ता है।
ऊपर बताए गए सभी बिंदु – पैटर्न, सिलेबस, योग्यताएँ, तैयारी योजना और काउंसलिंग – एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और मिलकर NEET UG 2025 को समझने में मदद करते हैं। अगली सेक्शन में आप देखेंगे कि इस टैग में कौन‑कौन से लेख शामिल हैं, जिससे आपका अध्ययन और भी सटीक हो जाएगा।
मद्रास हाईकोर्ट ने NEET UG 2025 की पुन: परीक्षा की याचिकाओं को खारिज कर दिया। चेन्नई के चार सेंटरों पर बिजली जाने के आरोप लगे थे, लेकिन अदालत ने 22 लाख छात्रों के हित में रिजल्ट जारी करने की मंजूरी दी। कोर्ट ने NTA की रिपोर्ट को सही माना।